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ग्रहों के बारे में जानकारी (Facts Of Planets)

           तो दोस्तो आज हम आपको बताते है हमारे सौरमंडल के ग्रहों के बारे में जो अपने कुछ रहस्यों से ( Facts of planets)भरे हुए है। तो चलिए जानते है।


बुध ( mercury ):




➡️ बुध ग्रह हमारे सौर मंडल का सबसे छोटा और सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है और यह एक स्थलीय ग्रह है, जिसका अर्थ है कि इसकी सतह चट्टानी है। बुध का कोई प्राकृतिक उपग्रह नहीं है।


➡️बुध हमारे सौर मंडल का सबसे छोटा ग्रह है, जिसका व्यास लगभग 4,880 किलोमीटर है।


➡️बुध सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है, जिसकी औसत दूरी लगभग 58 मिलियन किलोमीटर है।


➡️बुध सूर्य के चारों ओर बहुत तेजी से परिक्रमा करता है, इसे एक चक्कर पूरा करने में केवल 88 दिन लगते हैं।


➡️बुध पर दिन का तापमान 430 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच सकता है, जबकि रात का तापमान -180 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।


➡️बुध का वातावरण बहुत पतला है, लगभग न के बराबर।इसलिए, बुध पर बादल नहीं बन सकते हैं और बारिश नहीं हो सकती है।


➡️बुध की सतह पर बहुत सारे गड्ढे हैं, जो क्षुद्रग्रहों और धूमकेतुओं के प्रभाव से बने हैं।


➡️बुध का कोई प्राकृतिक उपग्रह (चंद्रमा) नहीं है।


➡️बुध की सतह पर कई घाटियाँ और पहाड़ हैं और बुध पर कोई ज्ञात सक्रिय ज्वालामुखी नहीं हैं।


➡️इस ग्रह पर खड़े होकर आपको सूर्य कभी-कभी उल्टी दिशा में जाते हुए भी दिख सकता है।


➡️बुध पर खड़े होकर, आप सूर्य को बहुत बड़ा और तेज चमकता हुआ देख सकते हैं।


➡️सूर्य के सबसे निकटतम ग्रह होने के बावजूद, यह सबसे गर्म ग्रह नहीं बल्कि बिलकुल ठंडा ग्रह है।



शुक्र (venus):




➡️हमारे सौरमंडल का दूसरा ग्रह है। यह सूर्य के सबसे निकट का ग्रह है और पृथ्वी का सबसे निकटतम पड़ोसी भी है। शुक्र को अक्सर "पृथ्वी का जुड़वां" कहा जाता है क्योंकि इसका आकार और संरचना पृथ्वी के समान है। लेकिन शुक्र पृथ्वी से बहुत अलग है।


➡️सूर्य से दूरी लगभग 10.8 करोड़ किलोमीटर


➡️शुक्र हमारे सौरमंडल का सबसे गर्म ग्रह है। इसका औसत तापमान 462 डिग्री सेल्सियस है।


➡️शुक्र का वातावरण कार्बन डाइऑक्साइड से भरा हुआ है, जो गर्मी को फंसाता है और ग्रीनहाउस प्रभाव पैदा करता है।


➡️शुक्र बहुत धीमी गति से घूमता है। इसे अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा करने में 243 पृथ्वी दिन लगते हैं।


➡️शुक्र अन्य ग्रहों के विपरीत दिशा में घूमता है।


➡️शुक्र का कोई प्राकृतिक उपग्रह (चंद्रमा) नहीं है।


➡️शुक्र को अक्सर सुबह या शाम के आकाश में देखा जा सकता है। यह इतना चमकीला है कि इसे बिना टेलिस्कोप के देखा जा सकता है।


➡️शुक्र की सतह पर कई ज्वालामुखी और पहाड़ हैं।


➡️शुक्र ग्रह के वातावरण में सल्फ्यूरिक एसिड के बादल भी हैं। ये बादल सल्फ्यूरिक एसिड की बारिश करते हैं। हालांकि, यह बारिश सतह तक नहीं पहुंचती है क्योंकि यह सतह के पास पहुंचते ही वाष्पित हो जाती है।



पृथ्वी (Earth):




➡️पृथ्वी, जिसे विश्व या धरा भी कहा जाता है, सौरमंडल का तीसरा ग्रह है। यह एकमात्र ज्ञात खगोलीय पिंड है जहाँ जीवन का अस्तित्व है। यह सौरमंडल का सबसे घना और चार स्थलीय ग्रहों में सबसे बड़ा ग्रह है।


➡️पृथ्वी का निर्माण लगभग 4.54 अरब साल पहले हुआ था।


➡️पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां जीवन मौजूद है।


➡️पृथ्वी की सतह टेक्टोनिक प्लेटों से बनी है जो लगातार गतिमान हैं।


➡️पृथ्वी का वायुमंडल नाइट्रोजन, ऑक्सीजन और अन्य गैसों से बना है।


➡️पृथ्वी का एक मजबूत चुंबकीय क्षेत्र है जो हमें सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाता है।


➡️पृथ्वी का एक प्राकृतिक उपग्रह है, जिसे चंद्रमा कहा जाता है।


➡️पृथ्वी की संरचना कुछ इस तरह है,


👉पृथ्वी की सबसे बाहरी परत है, जो चट्टानों और मिट्टी से बनी है जिसे क्रस्ट कहा जाता है।

👉क्रस्ट के नीचे की परत है, जो गर्म, पिघले हुए चट्टान से बनी है जिसे मेंटल कहा जाता है।

👉मेंटल के नीचे की परत है, जो तरल लोहे और निकल से बनी है जिसे बाहरी कोर कहा जाता है।

 👉पृथ्वी का सबसे भीतरी भाग है, जो ठोस लोहे और निकल से बना है जिसे आंतरिक कोर कहा जाता है।


➡️पृथ्वी पर बारिश पानी की होती है।


मंगल (Mars):




➡️मंगल ग्रह को लाल ग्रह के नाम से भी जाना जाता है, हमारे सौरमंडल का चौथा ग्रह है। यह पृथ्वी का निकटतम पड़ोसी है और कई मायनों में पृथ्वी से मिलता-जुलता है। हालाँकि, मंगल ग्रह पृथ्वी से बहुत ठंडा और सूखा है।


➡️मंगल ग्रह पृथ्वी के आकार का लगभग आधा है।


➡️यह सूर्य से लगभग 22.8 करोड़ किलोमीटर दूर है।


➡️मंगल ग्रह का वातावरण बहुत पतला है, जो मुख्य रूप से कार्बन डाइऑक्साइड से बना है।


➡️यहाँ का औसत तापमान लगभग -63 डिग्री सेल्सियस है।


➡️मंगल ग्रह की सतह लाल रंग की है, जो एक लोहे के जंग की तरह दिखती हैं।


➡️मंगल ग्रह पर मौसम भी पृथ्वी की तरह ही बदलता है। यहाँ भी तीन मौसम होते हैं।


➡️वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह पर अतीत में पानी था,आज भी पानी केवल बर्फ के रूप में ध्रुवीय क्षेत्रों में और सतह के नीचे मौजूद है।


➡️मंगल ग्रह के दो छोटे उपग्रह(चंद्रमा )हैं, फोबोस और डीमोस।


➡️मंगल ग्रह पर धूल और बर्फ की बारिश होती है।



बृहस्पति/गुरु (jupiter):



➡️हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है। यह सूर्य से पांचवां ग्रह है और एक गैस दानव है, जिसका अर्थ है कि यह मुख्य रूप से गैसों से बना है।


➡️गुरु ग्रह इतना बड़ा है कि इसमें पृथ्वी जैसे लगभग 1,300 ग्रह समा सकते हैं।


➡️इसका व्यास पृथ्वी के व्यास का लगभग 11 बड़ा गुना है।


➡️गुरु ग्रह मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है।


➡️गुरु ग्रह के सतह पर बहुत बड़े तूफ़ान चलते रहते है।


➡️गुरु ग्रह पर एक विशाल तूफान है जिसे महान लाल धब्बा कहा जाता हे,यह तूफान पृथ्वी से भी बड़ा है और सैकड़ों वर्षों से चल रहा है।


➡️गुरु ग्रह के 79 से अधिक ज्ञात उपग्रह(चंद्रमा)हैं।


➡️इसके चार सबसे बड़े उपग्रहों को गैलीलियन चंद्रमा कहा जाता है = आयो, यूरोपा, गेनीमेड और कैलिस्टो।


➡️गुरु ग्रह पर बहुत तेज़ हवाएँ चलती हैं, जो 600 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं।


➡️गुरु ग्रह पर जीवन की संभावना बहुत कम है, क्योंकि यहाँ का वातावरण बहुत कठोर है। लेकिन, वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके कुछ उपग्रहों पर जीवन की संभावना हो सकती है।


➡️गुरु ग्रह इतनी तेजी से घूमता है कि इसका एक दिन केवल 10 घंटे का होता है।


➡️गुरु ग्रह पर हीलियम गैस और हीरे की बारिश होती हैं।



शनि (Saturn):




➡️सूर्य से छठा ग्रह है और बृहस्पति के बाद सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।


➡️यह एक गैसीय ग्रह है जिसका औसत अर्धव्यास पृथ्वी के अर्धव्यास का लगभग नौ गुना है। इसका औसत घनत्व पृथ्वी के औसत घनत्व का केवल आठवाँ भाग है, लेकिन इसका बड़ा आयतन पृथ्वी के द्रव्यमान का 95 गुना है।


➡️शनि ग्रह का रंग पीला है जो हाइड्रोजन सल्फाइड के कारण है।


➡️शनि अपने वलयों (rigs) के लिए सबसे प्रसिद्ध है। ये वलय बर्फ और चट्टान के अरबों छोटे-छोटे टुकड़ों से बने हैं।


➡️शनि के वलय लगभग 282,000 किलोमीटर चौड़े हैं, लेकिन वे केवल 10 मीटर मोटे हैं।


➡️शनि के 82 ज्ञात उपग्रह (चंद्रमा) हैं, जिनमें टाइटन सबसे बड़ा है। टाइटन सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा उपग्रह है और इसका अपना घना वातावरण है।


➡️शनि पर बहुत तेज़ हवाएँ चलती हैं, जो 1,800 किमी/घंटा तक पहुँच सकती हैं।


➡️शनि ग्रह सूर्य से औसतन 1.4 अरब किलोमीटर की दूरी पर है।


➡️शनि को सूर्य की परिक्रमा करने में लगभग 29.5 पृथ्वी वर्ष लगते हैं।


➡️शनि को अपनी धुरी पर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 10.7 पृथ्वी घंटे लगते हैं।


➡️शनि ग्रह पर हीरे की बारिश होती है।वैज्ञानिकों का मानना है कि शनि पर हर साल लगभग 1,000 टन हीरे की बारिश होती है।



अरुण (uranus):



➡️हमारे सौरमंडल का सातवाँ ग्रह है। 


➡️यह सूर्य से लगभग 2.87 बिलियन किलोमीटर दूर स्थित है।


➡️यह सौरमंडल का तीसरा सबसे बड़ा ग्रह है।


➡️अरुण ग्रह का रंग नीला-हरा है, जो इसके वायुमंडल में मीथेन की उपस्थिति के कारण होता है।


➡️अरुण ग्रह अपनी धुरी पर लगभग 98 डिग्री झुका हुआ है, जिसके कारण यह अपनी कक्षा में लगभग लुढ़कता हुआ प्रतीत होता है, इसीलिए इस झुकाव के कारण, इसके ध्रुवों पर 42 साल तक लगातार दिन और 42 साल तक लगातार रात रहती है।


➡️अरुण ग्रह के 27 ज्ञात उपग्रह(चंद्रमा )हैं। इनमें से सबसे बड़े उपग्रहों में मिरांडा, एरियल, उम्ब्रील, टाइटेनिया और ओबेरॉन शामिल हैं।


➡️अरुण ग्रह के चारों ओर भी शनि ग्रह की तरह वलय (rings) पाए जाते हैं।


➡️अरुण ग्रह पर भी हीरे की बारिश होती है, वैज्ञानिकों का मानना है कि अरुण ग्रह पर हर साल लगभग 10 मिलियन टन हीरे की बारिश होती है।



वरुण (neptune):




➡️हमारे सौरमंडल का आठवाँ और सूर्य से सबसे दूर स्थित ग्रह है।


➡️यह एक गैसीय ग्रह है, जो बृहस्पति, शनि और अरुण की तरह गैस से बना है।


➡️यह सौरमंडल का चौथा सबसे बड़ा ग्रह है।


➡️वरुण ग्रह का रंग गहरा नीला है, जो इसके वायुमंडल में मीथेन की उपस्थिति के कारण होता है।


➡️वरुण ग्रह के 14 ज्ञात उपग्रह (चंद्रमा)हैं, जिनमें ट्राइटन सबसे बड़ा है।


➡️वरुण ग्रह के चारों ओर भी वलय (rings)पाए जाते हैं, लेकिन वे शनि के वलयों की तुलना में बहुत धुंधले हैं।


➡️वरुण ग्रह को सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगभग 164.8 पृथ्वी वर्ष लगते हैं।


➡️वरुण ग्रह पर सौरमंडल की सबसे तेज हवाएं चलती हैं। इनकी गति 2100 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है।


➡️वरुण ग्रह पर भी हीरे की बारिश होती है।वैज्ञानिकों का मानना है कि वरुण ग्रह पर हर साल लगभग 10 मिलियन टन हीरे की बारिश होती है।



प्लूटो(pluto):


➡️जिसे अब एक बौना ग्रह माना जाता है, हमारे सौरमंडल के बाहरी क्षेत्र में स्थित है।


➡️2006 तक, इसे सौरमंडल का नौवां ग्रह माना जाता था।लेकिन अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने 2006 में इसे "बौने ग्रह" के रूप में वर्गीकृत किया।


➡️प्लूटो का व्यास लगभग 2,377 किलोमीटर है, जो पृथ्वी के चंद्रमा से भी छोटा है।


➡️प्लूटो का रंग काला, नारंगी और सफ़ेद का मिश्रण है।


➡️इसे सूर्य की एक परिक्रमा पूरी करने में लगभग 248 पृथ्वी वर्ष लगते हैं।


➡️प्लूटो का घूर्णन धीमा है, और इसका एक दिन लगभग  पृथ्वी 6 दिनों के बराबर होता है।


➡️प्लूटो के पाँच ज्ञात उपग्रह(चंद्रमा )हैं, चारोन, स्टिक्स, निक्स, केर्बेरोस और हाइड्रा।


➡️प्लूटो पर जमी हुई गैसों की बारिश होती है।


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