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Ameging facts of birds

        तो दोस्तो आज हम कुछ पक्षियों के बारे मैं जानेंगे।पक्षी हमारे पर्यावरण का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और उनकी विविधता और विशेषताएँ अद्भुत हैं।





                     पक्षियों की विविधता: 

दुनिया में पक्षियों की लगभग 10,000 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। उसमे से कुछ पक्षियों की विशेषताएं प्रस्तुत है।


      शुतुरमुर्ग :

 




☑️ शुतुरमुर्ग दुनिया का सबसे बड़ा ओर भारी जीवित पक्षी है,जो उड़ान नहीं भर सकता।

☑️इसकी आँखें उसके मस्तिष्क से बड़ी होती हैं,यह बहुत तेज दौड़ सकता है।

☑️एक वयस्क शुतुरमुर्ग 2.8 मीटर (9 फीट) तक लंबा हो सकता है और 150 किलोग्राम (330 पाउंड) तक वजन कर सकता है।

☑️शुतुरमुर्ग दुनिया में सबसे बड़े अंडे देता है, एक अंडा लगभग 15 सेंटीमीटर (6 इंच) लंबा और 1.3 किलोग्राम (3 पाउंड) वजन का होता है।

☑️शुतुरमुर्ग 70 किलोमीटर प्रति घंटे (43 मील प्रति घंटे) तक की गति से दौड़ सकता है।

☑️यह शाकाहारी है, और यह मुख्य रूप से घास, झाड़ियाँ, फल और बीज खाता है।

☑️शुतुरमुर्ग अफ्रीका के शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में पाए जाते हैं।

☑️शुतुरमुर्ग की आंखें किसी भी भूमि पर रहने वाले जानवर से सबसे बड़ी होती हैं।

☑️शुतुरमुर्ग जंगल में 40-45 साल तक जीवित रह सकते हैं।

☑️शुतुरमुर्ग सामाजिक जानवर हैं और झुंड में रहते हैं।

☑️शुतुरमुर्ग के प्रत्येक पैर में केवल दो उंगलिया होती हैं, जो उन्हें तेज़ गति से दौड़ने में मदद करती हैं।

☑️जब शुतुरमुर्ग को खतरा महसूस होता है, तो वह जमीन पर लेट जाता है और अपनी गर्दन को फैला लेता है, जिससे वह झाड़ी जैसा दिखता है।


     हमिंगबर्ड :




☑️हमिंगबर्ड दुनिया के सबसे छोटे पक्षियों में से एक हैं।

☑️हमिंगबर्ड सबसे छोटी प्रजाति है, जिसका वजन 2 ग्राम से भी कम होता है।

☑️हमिंगबर्ड आगे, पीछे, ऊपर और नीचे, सभी दिशाओं में उड़ सकते हैं और वे एक ही जगह पर मंडरा भी सकते हैं।

☑️हमिंगबर्ड का पाचन बहुत तेज होता है इसीलिए उन्हें अपनी ऊर्जा बनाए रखने के लिए हर 10-15 मिनट में भोजन करना पड़ता है।

☑️वे मुख्य रूप से फूलों का रस पीते हैं, लेकिन वे छोटे कीड़े और मकड़ियों को भी खाते हैं।

☑️इनकी चोंच लम्बी और पतली होती है, जो फूलों के अन्दर से रस निकलने के लिए अनुकूलित होती है।

☑️हमिंग बर्ड का दिल एक मिनट में 1200 बार तक धड़क सकता है।

☑️हमिंगबर्ड की लगभग 360 प्रजातियाँ पाई जाती हैं।


    उल्लू




☑️उल्लू अपनी आँखें नहीं घुमा सकते इसीलिए वो अपनी गर्दन को लगभग 270 डिग्री तक घुमा सकते हैं, जिससे वे अपने आसपास के क्षेत्र को बिना शरीर हिलाए देख सकते हैं।

☑️उल्लुओं की आंखें विशेष रूप से रात में देखने के लिए अनुकूलित होती हैं, उनकी बड़ी आंखें कम रोशनी में भी देख सकती हैं।

☑️उल्लुओं के पंख विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए होते हैं, जिससे वे लगभग बिना आवाज़ किए उड़ सकते हैं, यह उन्हें अपने शिकार को चुपचाप पकड़ने में मदद करता है।

☑️उल्लू कुशल शिकारी होते हैं, उनके तेज पंजे और चोंच उन्हें अपने शिकार को पकड़ने और मारने में मदद करते हैं।

☑️भारतीय संस्कृति में, उल्लुओं का विशेष महत्व है, उन्हें देवी लक्ष्मी का वाहन माना जाता है, और उन्हें ज्ञान और बुद्धि का प्रतीक भी माना जाता है।

☑️उल्लुओं की सुनने की शक्ति बहुत तेज होती है, जिससे वो रात के अँधेरे में भी हलकी से हलकी आवाज को भी सुन लेते हैं।


       पेंग्विन




☑️पेंगुइन विशेष रूप से ठंडे क्षेत्रों में पाए जाने वाले पक्षी हैं।

☑️पेंग्विन एकमात्र पक्षी है जो सर्दियों के बीच में अंडे देता है।

☑️पेंग्विन उड़ नहीं सकता, लेकिन यह बहुत अच्छा तैराक है।

☑️वे अंटार्कटिका जैसे ठंडे क्षेत्रों में रहने के लिए अनुकूलित हैं, उनके शरीर में वसा की एक मोटी परत होती है जो उन्हें गर्म रखती है।

☑️पेंगुइन झुंड में रहते हैं और सामाजिक व्यवहार प्रदर्शित करते हैं।

☑️इनका रंग काला और सफ़ेद होता है जो की इनको पानी के अन्दर छुपने में मदद करता है।

☑️पेंगुइन अपने अनोखे ढंग के कारण एक बहुत ही आकर्षक पक्षी है।


       तोता



☑️तोते मानव वाणी की नकल करने की अपनी क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं। वे शब्दों और वाक्यांशों को याद कर सकते हैं और उन्हें दोहरा सकते हैं।

☑️तोते की कुछ प्रजातियाँ लगभग 800 शब्दों तक बोल सकती हैं, जबकि अन्य केवल 50 शब्दों तक सीमित होती हैं।

☑️तोते बहुत बुद्धिमान पक्षी होते हैं। वे समस्याओं को हल करने और पहेलियों को सुलझाने में सक्षम होते हैं।

☑️तोतों की चोंच मजबूत होती है, जिसका उपयोग वे बीज, फल और अन्य खाद्य पदार्थों को तोड़ने के लिए करते हैं।

☑️तोते सामाजिक प्राणी होते हैं और झुंड में रहते हैं। वे एक-दूसरे के साथ संवाद करने के लिए विभिन्न प्रकार की आवाजों और इशारों का उपयोग करते हैं।

☑️तोते बहुत लम्बी आयु तक जीवित रहते हैं, कुछ तोते तो 80 साल तक भी जीवित रह सकते हैं।

☑️तोते अपने पैरों का उपयोग भोजन को पकड़ने और खाने के लिए करते हैं, यह एक बहुत ही अनोखी विशेषता है।

☑️तोते पालतू जानवरों के रूप में बहुत लोकप्रिय हैं और वन्यजीवों में भी बहुत ही अनोखे पक्षी हैं।



    फ्लेमिंगो ( राजहंस):




☑️फ्लेमिंगो जोड़े जीवनभर, लगभग 50 वर्षों तक, साथ रहते हैं।

☑️फ्लेमिंगो का गुलाबी या लाल रंग उसके आहार मे जो झींगा और अन्य जलीय जीवों से प्राप्त होता है।

☑️यह पक्षी अक्सर एक पैर पर खड़ा रहता है, जिससे वह ऊर्जा बचा सकता है और शरीर के तापमान को नियंत्रित कर सकता है।

☑️इनकी चोंच नीचे की ओर मुड़ी होती है, जिससे वे पानी में से सूक्ष्मजीवों और छोटे-छोटे जीवों को छानकर खा सकते हैं।

☑️भले ही वे जमीन पर धीरे-धीरे चलते हैं, लेकिन उड़ने में बेहद कुशल होते हैं और लंबे प्रवास भी कर सकते हैं।

☑️फ्लेमिंगो आमतौर पर खारे पानी की झीलों और दलदली क्षेत्रों में पाए जाते हैं।

☑️यह पक्षी कीचड़ से अपने घोंसले बनाता है और एक बार में केवल एक अंडा देता है और माता-पिता दोनों मिलकर अंडे और चूजे की देखभाल करते हैं।

☑️फ्लेमिंगो अपनी सुंदरता और अनोखी विशेषताओं के कारण दुनियाभर में पसंद किए जाते हैं।


     

     वुडपेकर (कठफोड़वा):




☑️वुडपेकर की चोंच लंबी, मजबूत और नुकीली होती है, जिससे वह पेड़ों की छाल में छेद कर सकता है। 

☑️वुडपेकर की जीभ लगभग 4 इंच लंबी होती है, जो उसे पेड़ों से कीड़े निकालने में मदद करती है। 

☑️इसके पैरों में दो आगे और दो पीछे के नुकीले पंजे होते हैं, जिससे यह पेड़ की टहनियों और तनों पर मजबूती से चिपक सकता है।

☑️इनकी पूंछ कठोर होती है, जो पेड़ पर चढ़ते समय संतुलन बनाए रखने में मदद करती है।

☑️यह अपनी चोंच से पेड़ पर ठक-ठक की आवाज पैदा करता है, जो उसके इलाके को चिह्नित करने और संचार के लिए इस्तेमाल होती है।

☑️वुडपीकर की गर्दन बेहद लचीली होती है, जिससे यह आसानी से पेड़ पर अपनी चोंच मार सकता है।

☑️वुडपीकर मुख्य रूप से कीड़े, लार्वा, और पेड़ों के भीतर छिपे छोटे कीटों को खाता है।


          कीवी :




☑️कीवी जो की न्यूजीलैंड में पाया जाता है।

☑️कीवी पक्षी के पंख होते हैं, लेकिन वे बहुत छोटे होते हैं और यह उड़ नहीं सकता।

☑️यह ज्यादातर रात में सक्रिय रहता है और अपनी लंबी चोंच से कीड़े-मकोड़े और भोजन खोजता है।

☑️इसकी चोंच लंबी और नुकीली होती है, जिसके सिरे पर नथुने होते हैं, जिससे यह सूंघकर भोजन खोज सकता है।

☑️इसके पंजे मजबूत और तेज होते हैं, जिनका उपयोग यह खुदाई करने और खुद की रक्षा करने के लिए करता है।



       लायरबर्ड (Lyrebird): 




☑️ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है और यह अन्य पक्षियों, जानवरों और यहां तक कि मशीनों सहित विभिन्न प्रकार की ध्वनियों की नकल कर सकता है।

☑️इसकी यह विशेषता इसे पक्षी जगत में सबसे बेहतरीन मिमिक्री करने वाला पक्षी बनाती है।


        कौवे : 




☑️कौवे बहुत बुद्धिमान पक्षी होते हैं और उनका मस्तिष्क उनके शरीर के आकार के अनुपात में अन्य पक्षियों की तुलना में बड़ा होता है।

☑️वे समस्याओं को हल करने और उपकरणों का उपयोग करने में सक्षम हैं।

☑️वे अपनी याददाश्त के लिए भी जाने जाते हैं।

☑️कौवे सामाजिक प्राणी होते हैं और झुंड में रहते हैं और वे एक-दूसरे के साथ संवाद करने के लिए विभिन्न प्रकार की आवाजों और इशारों का उपयोग करते हैं।

☑️कौवे परिवारिक पक्षी होते हैं और पूरा जीवन एक ही साथी के साथ बिताते हैं और साथ में बच्चों को बड़ा करते हैं।

☑️कौवे विभिन्न प्रकार के वातावरण में जीवित रहने में सक्षम हैं।

☑️वे विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों को खा सकते हैं, जिससे उन्हें शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में जीवित रहने में मदद मिलती है।

☑️भारतीय संस्कृति में, कौवों का विशेष महत्व है, उन्हें पितृ पक्ष के दौरान पूर्वजों का प्रतीक माना जाता है, और उन्हें भोजन अर्पित किया जाता है।

☑️कौवे को यम का प्रतीक भी माना जाता है।

☑️ये अपना भोजन छिपाते हैं और याद रखते हैं कि कहां रखा था। अगर 2-3 जगहों पर खाने की चीजें रखी हैं तो भी याद रखते हैं।

☑️ये काफी निडर होते हैं। यहां तक कि ईगल से भी भिड़ जाते हैं।


       बाज : 




☑️बाज की दृष्टि बहुत तेज होती है, और वह बहुत दूर से भी शिकार को देख सकता है।

☑️बाज की कई प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें बाल्ड ईगल, गोल्डन ईगल, और रेड-टेल्ड हॉक शामिल हैं।

☑️जंगल में रहने वाले बाज का जीवनकाल लगभग 20-30 वर्ष तक का होता है।

☑️बाज आमतौर पर अकेले रहते हैं, लेकिन प्रजनन के मौसम में वे जोड़े बनाते हैं।

☑️मादा बाज नर बाज से लगभग 10-20% बड़ी होती है।बाज के अंडा देने के 35 दिनों बाद बच्चे बाहर निकलते हैं, जन्म के समय बाज के बच्चे के पंख स्लेटी रंग के होते है, 4 वर्ष के होने के बाद उनके पंख भूरे और सफ़ेद होने लगते हैं।

☑️कुछ बाज 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी उड़ सकते हैं।


       गौरैया/एक चिड़िया: 




☑️यह दुनिया के सबसे आम पक्षियों में से एक है और लगभग हर जगह पाई जाती है।

☑️यह एक छोटी चिड़िया है, जिसकी लंबाई लगभग 14-16 सेंटीमीटर होती है।

☑️इसका रंग आमतौर पर भूरा होता है, और नर गौरैया के सिर और गले पर काले निशान होते हैं।

☑️यह लगभग 38 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकती है, और खतरे के समय यह 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी उड़ सकती है।

☑️दुनियाभर में गौरैया की लगभग 43 विशिष्ट प्रजातियाँ पायी जाती हैं।

☑️गौरैया जंगल में 4 से 5 साल तक जीवित रह सकती है।


पक्षियों की हड्डियाँ खोखली होती हैं, जिससे उनका वजन कम होता है और वे आसानी से उड़ सकते हैं।


ये तथ्य पक्षियों की अद्वितीयता और उनकी विशेषताओं को दर्शाते हैं, जो हमारे प्राकृतिक संसार को और भी रोचक बनाते हैं।

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